मुर्गा और लोमड़ी – Panchtantra Story In Hindi
इस कहानी (मुर्गा और लोमड़ी – Panchtantra Story In Hindi) में चालक लोमड़ी एक मुर्गे को अपना भोजन बनाना चाहती है और वो इसलिए मुर्गे के साथ चालाकी से बात करती है। लेकिन मुर्गा लोमड़ी की बातो में नहीं आता है और वो उल्टा लोमड़ी को भागने में मजबूर करता है। अब एक मुर्गे ने कैसे लोमड़ी को भगाया ये जानने के लिए आपको पढ़नी पड़ेगी ये कहानी(मुर्गा और लोमड़ी – Panchtantra Story In Hindi)।
एक जंगल में एक चतुर लोमड़ी रहती थी। एक दिन वो जंगल में अपना भोजन ढूंढने के लिए घूम रही थी। अचानक, उसकी नज़र एक बहुत ऊँचे पेड़ की शाखा पर बैठे अच्छे, मोटे मुर्गे पर पड़ी,जो अपने चारों ओर घने जंगल को देख रहा था।
लोमड़ी को ऐसा एहसास हुआ कि वह मुर्गे को मारने के लिए पेड़ पर नहीं चढ़ सकती है। इसलिए वो सोचने लगी की , मैं अपने भोजन के लिए इस मुर्गे को कैसे पा सकती हु?”
वो सोचने लगी की अगर में इसे निचे आने का अनुरोध कर दूं, तो वह मेरे इरादों पर भरोसा नहीं करेगा। लोमड़ी ने एक युक्ति सोची, उसने चालाकी से मुर्गे से पूछा, “प्रिय दोस्त, तुम पेड़ पर इतने ऊँचे क्यों बैठे हो? क्या आप किसी से डरते हैं? क्या तुम सच में नहीं जानते कि जंगल के राजा ने आज जानवरों की एक बैठक में क्या निर्णय लिया है? ”
मुर्गे ने मासूमियत से कहा, “नहीं, मुझे इसका कोई अंदाज़ा नहीं है”। कृपया मुझे राजा का निर्णय समझायें। लोमड़ी ने आगे कहा, “निर्णय यह है कि अब से, पालतू जानवर या पशु-पक्षी भोजन के लिए एक-दूसरे को नहीं मारेंगे। यानि की बड़ी मछली छोटी मछली को अब नहीं खाएगी।”
लोमड़ी की बात सुनकर मुर्गे को एहसास हुआ कि सचमुच कुछ गड़बड़ है। यह सच नहीं हो सकता। मुर्गे ने पूछा, क्या इसका मतलब यह है कि शेर, बाघ और तेंदुए आज से घास खाना शुरू कर देंगे? लोमड़ी के पास इसका कोई जवाब नहीं था। लेकिन वह इतनी आसानी से हार नहीं मानना चाहती थी।
लोमड़ी ने कहा, ”मैं देख सकती हूं कि आप आश्वस्त नहीं हैं। नीचे आओ, हम राजा के पास चलें और इस बात का स्पष्टीकरण पूछें। वह हमारे सवालों का जवाब जरूर देंगे क्योकि आख़िरकार, उन्होंने सभी के सर्वोत्तम हित के लिए यह निर्णय लिया है।”
मुर्गा इतना बुद्धिमान था कि लोमड़ी की चाल को पहचान गया। उसने कहा, “आप सही हैं, हमें स्पष्टीकरण के संबंध में राजा से मिलना चाहिए। हम अपने साथ कुछ और मित्रों को क्यों नहीं ले जाते? अगर इस फैसले के बारे में अधिक से अधिक जानवरों को पता चलेगा तो यह और भी फायदेमंद होगा।”
लोमड़ी ऐसा सोच रही थी की में अपनी रणनीति में सफल हो गयी हु , लोमड़ी ने कहा, “हाँ, हाँ, क्यों नहीं? हम कुछ अन्य जानवरों को भी साथ ले जा सकते हैं। लेकिन पहले, तुम नीचे आओ, फिर हम उनकी तलाश कर सकते हैं।”
लोमड़ी मुर्गे के नीचे आने की उम्मीद कर रही थी। वह बहुत ज्यादा उत्साहित थी। अचानक मुर्गे ने कहा, “हम भाग्यशाली हैं, हमें दूसरे दोस्तों की तलाश नहीं करनी पड़ेगी। मैं देख सकता हूँ कि आपके कुछ मित्र इस ओर आ रहे हैं। वे इस स्थान पर पहुंचने ही वाले हैं क्या हम उन्हें साथ ले जा सकते हैं।”
लोमड़ी ने कहा, “यह अच्छा है! लेकिन ये जीव कौन हैं?” मुर्गे ने उत्तर दिया, “मैं बड़ी संख्या में शिकारी कुत्तों को इस ओर आते हुए देख सकता हूँ। मुझे आशा है कि वे आपके बहुत अच्छे दोस्त हैं?”
“शिकारी कुत्ता! लोमड़ी घबराहट में चिल्लाई। वह अनमोल जीवन के लिए भागने लगी। मुर्गे ने प्रश्न किया, “अब क्यों भाग रहे हो? आपने अभी मुझे बताया कि सभी पशु-पक्षी एक-दूसरे के अच्छे मित्र बन गये हैं।”
लोमड़ी ने उत्तर दिया, “लेकिन संभवतः शिकारी कुत्तों ने इस फैसले के बारे में नहीं सुना होगा। वह घने जंगल में भाग गयी।
लोमड़ी की मूर्खतापूर्ण रणनीति पर मुर्गा हँसा। पेड़ पर आराम कर रहे सभी पक्षी मुर्गे के हास्य का आनंद उठा रहे थे।
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