Kids Moral Short Stories

व्यस्तता के बिच हास्य – Akbar Birbal Story In Hindi

vyastata-ke-bich-haasy-akbar-birbal-hindi-story
Written by Abhishri vithalani

व्यस्तता के बिच हास्य – Akbar Birbal Story In Hindi

जिंदगी में व्यस्तता के बीच भी हँसने का समय होना चाहिए अकबर और बीरबल की इस कहानी (व्यस्तता के बिच हास्य – Akbar Birbal Story In Hindi) में यही बताया गया है।

एक बार की बात है, बादशाह अकबर बीरबलके साथ शिकार पर निकले। उनके साथ एक सेना की एक छोटी सी टुकड़ी और कुछ नौकर भी थे। शिकार करके जब वे लौट रहे थे, रास्ते में एक गाँव आया जिसने उनकी दृष्टि आकर्षित की। उन्हें उस गाँव के बारे में जानकारी प्राप्त करनी की इच्छा हुई।

उन्होंने तुरंत बीरबल से पूछ लिया, “क्या तुम इस गाँव के बारे में कुछ जानते हो? मुझे इस जगह के बारे में जानना है।” बीरबल ने उत्तर दिया, “महाराज, मैं भी इस गाँव के बारे में कुछ नहीं जानता। मैंने भी पहली बार अपने राज्य के इस गाँव की ओर यात्रा की है।”

अगर आपको इस गाँव के बारे में जानना है तो मैं किसी से पूछकर बता दूंगा। इस बीच, एक व्यक्ति की तरफ बीरबल की दृष्टि गई। उन्होंने उस व्यक्ति को बुलाया और पूछा, “भाई, क्या आप इस गाँव से हैं? यदि हां, तो मुझे इस गाँव के बारे में सब कुछ बताइए। क्या यहाँ सब ठीक चल रहा है?”

व्यक्ति ने मुस्कराते हुए कहा, “हां, महाराज, मैं यहाँ का निवासी हूँ। यहाँ सब बहुत अच्छा चल रहा है।”

इसके बाद, बादशाह ने पूछा, “तुम्हारा नाम क्या है?”

व्यक्ति ने उत्तर दिया, “मेरा नाम गंगा है।”

राजा ने फिर पूछा, “तुम्हारे पिता का नाम क्या है?”

व्यक्ति ने हँसते हुए उत्तर दिया, “मेरे पिता का नाम जमुना है।”

यह सुनकर, बादशाह ने कहा, “तो तुम्हारी माता का नाम सरस्वती होगा, है ना?”

उस व्यक्ति ने मुस्कराते हुए उत्तर दिया, “नहीं साहब, मेरी माता का नाम नर्मदा है।”

यह सुनकर बादशाह अकबर हंस पड़े और उन्होंने बीरबल से कहा, “बीरबल, तुझे तो हमेशा चुटकुले बनाने का मौका मिलता है।”

बीरबल हंसते हुए बोले, “महाराज, यहाँ से आगे जाना ठीक नहीं है। यहाँ सब नदियाँ हैं, हमारे पास नाव भी नहीं है, इसलिए आगे मत जाना। आगे बढ़ने के लिए नाव का होना जरूरी है, नहीं तो हम डूब सकते हैं और हम यहाँ फंस जाएंगे।”

इस हास्यास्पद परिस्थिति से बादशाह अकबर और बीरबल दोनों ही मजाक करने लगे। वे व्यक्ति भी हंसते हुए वहाँ से चला गया।

Moral : इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि बीरबल की चतुराई के साथ-साथ, उन्होंने हमेशा आलस्य और अव्यवस्थितता को चुटकुले के माध्यम से दिलासा दिया। वे हमें यह भी दिखाते हैं कि जिंदगी में व्यस्तता के बीच भी हँसने का समय होना चाहिए, ताकि हम तनाव से दूर रह सकें।

अगर आपको हमारी Story (व्यस्तता के बिच हास्य – Akbar Birbal Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Story ।

About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

Leave a Comment