मानसिकता – Short Moral Story In Hindi
जिंदगी में हम क्या है और हम कौन से स्तान पर है इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ता है। फर्क तो इस बात से पड़ता है की हमारी मानसिकता कैसी है। यदि हमारा Mind Set है तो सब कुछ अच्छा है , अगर Mind ही Set नहीं है तो कुछ भी ठीक नहीं है। ये कहानी (मानसिकता – Short Moral Story In Hindi) भी उसी के बारे में है।
एक चूहे को हमेशा डर रहता था की कही उसे कोई बिल्ली खा न ले। जब वह डरा सहमा जा रहा होता है तभी उसे एक चमत्कारी साधु दीखते है।
चूहा उस चमत्कारी साधु के पास जाता है और उनसे खुद को बिल्ली बनाने का आग्रह करता है। साधु वैसा ही करते है और उस चूहे को बिल्ली बना देते है। बिल्ली बनने के बाद जब कुछ कुत्ते उसके पीछे पड़ जाते है, वह फिरसे दौड़ता हुआ साधु के पास आता है और उन्हें सारी बात बताता है।
इस बार वो खुद को कुत्ता बनाने के लिए साधु से कहता है। साधु ठीक वैसा ही करते है और अब वह कुत्ता बन जाता है। कुत्ता बनने के बाद अब वह शेर से डर गया।
वो फिरसे उस साधु के पास जाता है और इस बार अब वह साधु से कहता है की आप मुझे शेर बना दीजिये। साधु कहते है तथास्तु और अब वह शेर बन जाता है।
- दिशा का महत्व – Short Moral Story In Hindi
- सहायता – Short Motivational Story In Hindi
- खून का रिश्ता – Short Emotional Story In Hindi
- कुदरत के दो रास्ते – Short Inspiring Story In Hindi
अब वह शेर बनकर जंगल में दहाड़ने लगा। किन्तु जब शिकारियों ने उस पर हमला किया तब वह फिर से डर गया। वो फिर से साधु के पास गया और उसने कहा की महाराज में जैसा पहले था मुझे वैसा ही फिर से आप बना दीजिये।
साधु कहते है की मुझे ये पता था की तुम फिरसे चूहा ही बनना चाहोगे। अगर में तुमको एक बड़ा सा डायनासोर भी बना देता तब भी तुम डरपोक ही रहते। क्योकि तुम्हारा दिमाग चूहों वाला ही रहता।
Moral : जिंदगी में आप क्या हो इससे फर्क नहीं पड़ता है। फर्क इससे पड़ता है की आपका Mindset कैसा है। क्योकि अगर आपका Mindset Set है तो फिर सब Set है। अगर हमारा Mindset ही Set नहीं है तो फिर कुछ भी Set नहीं है।
अगर आपको हमारी Story (मानसिकता – Short Moral Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Story।