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कर भला तो हो भला – Short Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

कर भला तो हो भला – Short Story In Hindi

अगर हम किसी का भला करते है तो भगवान हमारा भी भला ही करते है। इस कहानी (कर भला तो हो भला – Short Story In Hindi) में भी कुछ ऐसा ही होता है।

पति, पत्नी और उनके दो प्यारे – प्यारे बच्चे का एक खुशहाल परिवार था। एक बार पति – पत्नी को जरुरी काम के चलते शहर से बाहर जाना था। काम कुछ ऐसा था कि वे बच्चो को साथ नहीं ले जा सकते थे। इसलिए उन्होंने बच्चो को घर पर ही आया के भरोसे छोड़ दिया था।

उनका काम जल्दी पूरा हो गया और वे अपनी कार में घर कि ओर चल पड़े। वे बाते कर रहे थे कि बच्चे उन्हें जल्दी आया देख कितने खुश होंगे। तभी उन्हें आसमान में उठता धुआँ दिखा। जब वे घर के कुछ पास पहुंचे तो देखा कि मोहल्ले में कुछ दूर रहने वाले उनके एक पडोसी के घर आग लगी हुई थी।

पति जल्दी अपने घर पहुंचना चाहता था, लेकिन पत्नी ने कहा कि पहले देखो तो पडोसी के घर क्या स्थिति है? आखिरकार दोनों कार से उतरकर जलते घर की ओर चल पड़े।

वहा बाहर लॉन में एक महिला बदहवास सी हालत में चीख रही थी – कोई भीतर जाकर मेरे बच्चो को बचा लो। उसकी हालत देखकर पति को बड़ी दया आई। उसने अपने कपड़ो को पानी में भिगोया ओर मुँह पर गीला रुमाल बांधकर घर के अंदर दौड़ पड़ा।

घबराई पत्नी ने उसे रोकना चाहा, पर वह नहीं रुका। अंदर पहुंचकर उसने पाया की बैठक कक्ष में दो बच्चे डरे – सहमे बैठे थे। उसने दोनों को उठाकर सीधे दौड़ लगा दी ओर बाहर आकर ही दम लिया।

पडोसी महिला को उसके बच्चे सौंपते हुए उसने पूछा की क्या भीतर कोई और भी है, क्योकि उसने कुछ और आवाजे भी सुनी थी। महिला से पहले ही उसके बच्चे घबराए हुए चिल्ला पड़े की उनके दो दोस्त और है, जो उनके साथ छुपन – छुपाई खेल रहे थे और ऊपर गए थे।

अब वह आदमी एक बार फिर वहा जाने की तैयारी करने लगा। इस बार उसकी पत्नी के साथ ही अन्य लोगो ने भी रोका, परंतु वह जलते घर की ओर दौड़ पड़ा। ऊपर के कमरे में आग पहुंची नहीं थी, लेकिन धुआँ भरा था। वह बहुत मुस्किलो के बाद बच्चो तक पंहुचा ओर उन्हें उठाकर सीढिया उतरने लगा।

दोनों बच्चे उसके एक – एक कंधे पर थे। अचानक उसे लगा की बच्चो का स्पर्श जाना – पहचाना है। बाहर आकर उसने बच्चो को कंधे से उतारा, तो उसकी पत्नी चीख मारकर रो पड़ी।

पति की आँखों में खुशी के आंसू थे क्योकि ये उसी के बच्चे थे। दरअसल बच्चो की देखभाल करने वाली आया दोनों बच्चो को पडोसी के यहाँ छोड़कर कुछ देर के लिए सहेली के साथ बाजार चली गई थी और उस बीच अग्निकांड हो गया था।

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About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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