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लक्ष्य तक पहुंचने का रास्ता – Short Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

लक्ष्य तक पहुंचने का रास्ता – Short Story In Hindi

लक्ष्य तो सभी लोग तय करते है लेकिन सभी अपने लक्ष्य तक पहुंच नहीं पाते है । कुछ लोग अपना लक्ष्य तो तय कर लेते है लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने का रास्ता नहीं जानते है इसलिए वे अपने लक्ष्य को पाने में निष्फल होते है । ये Story इसके बार में ही है ।

एक 17 साल का लड़का था । उसके पिताजी एक बड़े बिज़नेस मेन थे । ये लड़का भी अपने पापा की तरह जीवन में बहुत ज्यादा आगे बढ़कर सफल बनना चाहता था । एक दिन उसने अपने पिताजी से कहा की पापा मुझे आप की तरह सफल बनना है । मुझे क्या करना चाहिए की में भी आप जैसा सफल बन पाउ ।

उसके पिता ने उसे कहा की बेटा इसके लिए तुम्हे कल मेरे साथ समुद्र के किनारे आना होगा । में वही तुम्हे समझाऊंगा । बेटे ने कहा अच्छा ठीक है पापा हम कल सुबह जायेगे ।

दूसरे दिन दोनों समुद्र के किनारे पहुंचे । पिताजी ने अपने बेटे से कहा की बेटा तुम जाओ समुद्र के अंदर और मै जबतक तुम्हे वापिस न बुलाऊ तुम तब तक बहार मत आना ओर पीछे मुड़कर भी मत देखना । वो लड़का अपने पापा के कहने पर समुद्र के अंदर गया और वो धीरे – धीरे आगे भी बढ़ने लगा ।

धीरे – धीरे आगे बढ़ने से पानी उसके घुटने तक पहुँच गया , वो थोड़ा ओर आगे बढ़ा अब पानी उसके कमर तक आ गया था । उसे अब बहार निकलने का मन हो रहा था लेकिन उसे तभी अपने पिताजी की बात याद आती है की में जबतक ना बुलाऊ तुम बहार मात आना ।

वो लड़का आगे बढ़ता ही रहता है और पानी अब उसके मुँह तक आ गया था । अब वो लड़का घबरा गया और पानी से निकलने की कोशिश करने लगा । जैसे ही वो पानी में से बहार निकलने की कोशिश करने लगा की उसके पिताजी वहा उसके पीछे आये और उन्होंने अपने बेटे का मुँह पानी में दाल दिया ।

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वो लड़का अब तड़पने लगा और चिल्लाने भी लगा की पापा आप ये क्या कर रहे हो ! कुछ ही क्षणों में उसे तड़पाकर उसके पापा ने बहार निकाल दिया । अब बहार निकालने के बाद उसके पापा ने उससे पूछा की बेटा मुझे ये बताओ की जब तुम पानी में थे तब तुम्हारे मन में क्या विचार चल रहा था ?

बेटे ने कहा की पापा तब मेरे मन में बार – बार सिर्फ एक ही विचार आ रहा था की मुझे कैसे भी करके बस साँस लेना है । उसके पिता ने उसे समजाते हुए कहा की जिस दिन तुम्हे अपने लक्ष्य के प्रति भी इसी तरह का एक विचार आने लगे कि तुम्हें बस साँस लेना है तब तुम सफल हो जाओगे ।

हमारे साथ भी ऐसा ही होता है । हम सभी अपने जीवन में सफल होना चाहते है और आगे बढ़ना भी चाहते है , अपना लक्ष्य क्या है ये भी जानते है , लेकिन हमारे उस लक्ष्य तक पहुंचने का रास्ता नहीं जानते है । लक्ष्य तक पहुंचने के लिए विचार लाना जरुरी होता है ।

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About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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