Moral Short Stories

आत्मविजयी – Short Moral Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

आत्मविजयी – Short Moral Story In Hindi

अपने आत्मा को जीतना ही असली विजय होता है , ये कहानी (आत्मविजयी – Short Moral Story In Hindi) उसी के बारे में है।

राजा नमि राजर्षि बन गए थे। उनकी मनोकामना थी कि वे राजपाटी छोड़कर योग और साधना में अपना समय व्यतीत करें। उन्होंने अपने राज्य की देखभाल के बजाय आध्यात्मिकता की ओर अपने कदम बढ़ाने का निर्णय लिया।

एक दिन, एक दिव्य दूत राजा के पास आए और उन्हें बताया कि उन्हें अपने राज्य की रक्षा के लिए मजबूत दुर्ग, सेना, खगोलशास्त्रीय आयुधों की आवश्यकता है। फिर वे साधुता की दिशा में बढ़ें।

राजा नमि ने उनकी बातें सुनी और फिर उन्होंने कहा, “आपकी सलाह के लिए धन्यवाद, परंतु मैंने पहले ही एक नगर बना लिया है। उसने श्रद्धा, तप, संयम, और सत्य की दीवारें बनाई है, जो मेरे राज्य को मजबूती प्रदान करेंगी।”

राजा ने व्यक्तिगत रक्षा के लिए मन, वचन, और क्रियाएँ की एकता की भी दीवार बनाई, जो उसके आत्मा की रक्षा करेगी। उन्होंने इस संग्रहशील नगर में संसार के दोषों, छल-कपट, काम, क्रोध, माया, मोह, और लोभ के खिलवाड़ों के खिलाफ भी एक खाई बनाई। यह उनके आत्मा में प्रवेश नहीं करने देगी।

वह दिव्य दूत फिर आये और बोले, “राजा, आपका कर्तव्य है कि आप अपने संवर्गीय अधिकार के लिए युद्ध करें और अन्य राज्यों को अपने अधीन करें। यह कार्य करने के बाद आप साधु बन सकते हैं।”

नमि राजर्षि ने उत्तर दिया, “वास्तविक पराक्रम वह है जो व्यक्ति अपने मन को जीत लेता है, जबकि दूसरों को अपने अधीन करने में शक्ति आती है। साधुता और मानवता की सेवा से बढ़कर कुछ नहीं है।”

राजा ने यह सिद्ध किया कि अपने आत्मा को जीतना ही असली विजय है। उन्होंने दिखाया कि व्यक्ति की सबसे बड़ी शक्ति उसके मन को नियंत्रित करने में होती है। वे अपने आंतरिक दुश्मनों से निपटने में सफल रहे और अब उन्हें बाहरी शत्रुओं से निपटने की आवश्यकता नहीं थी।

Moral : इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि असली वीरता मानव मन को वश में करने में है, और सच्चे धैर्य, सत्य, और समर्पण से ही हम अपने अंतर्निहित शत्रुओं से पराजित हो सकते हैं।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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