अज्ञानी लोगो की अंधश्रद्धा – Kids Story In Hindi
ज्ञान का महत्व तो हम सभी जानते ही है । आज के ज़माने में ज्ञानी होना बहुत जरुरी होता है । किसी भी प्रकार की अंधश्रद्धा में ज्ञानी लोग जल्द नहीं फसते है । ज्यादातर अज्ञानी लोग ही अंधश्रद्धा में मानते है । ये कहानी अज्ञानी लोगो की अंधश्रद्धा के बारे में है ।
एक गाँव था । उस गाँव के लोग पढ़े – लिखे नहीं थे इसका मतलब की वो लोग अज्ञानी थे । गाँव में कोई भी इतना पढ़ा – लिखा नहीं था और पढाई का महत्व भी नहीं जानता था । उस गाँव के लोग अपने बच्चो को भी नहीं पढ़ाते थे । सभी अपना जीवन बड़ी शांति से गुजार रहे थे ।
एक दिन उस गाँव में रहने वाले लोगो की शांति में भंग पड गया । अब लोगो का गाँव में रहना भी मुश्किल हो गया था । लोग गाँव में डर कर रह रहे थे । आखिर क्या वजा थी गाँववालो के डर की ?
गाँववालो के डर की वजह थी रात के समय किसी घण्टे की आवाज । गाँव में एक जंगल था और उस जंगल में से रात को हररोज घण्टे की टनटन आवाज आती थी । गाँव के लोग इस आवाज से काफी हद तक डरे हुए थे ।
गाँव के सभी लोग अज्ञानी थे उसलिए अंधश्रद्धा में जल्द यकींन कर लेते थे । गाँव में से किसी आदमी ने कहा की लगता है ये कोई भूत का ही काम है ! गाँव के सभी लोग अज्ञानी थे उसलिए वो सभी भी उस आदमी की बातो में आ गए और ये भूत ही है वैसा समजने लगे ।
भूत के डर की वजह से लोगो का गाँव में रहना दिन – प्रतिदिन मुश्किल होता जा रहा था । सारे लोग डर रहे थे । कुछ समय बाद गाँववालो में डर इतना बढ़ गया था की लोगो ने अपने कामधन्धे भी बंध कर दिए थे ।
लोग इतने पढ़े लिखे भी नहीं थे की इस समस्या का हल ढूंढे । सभी भूत – प्रेत ही समजकर घर पर बैठे रहते थे । गाँव के सरपंच भी अज्ञानी ही थे और इसी वजह से भूत – प्रेत में मानते थे । आखिर गाँव के सरपंच ने सोचा की में किसी को बुलाकर इस समस्या का समाधान लाऊंगा ।
सरपंच ने पुरे गाँव में और गाँव के पड़ौसी गाँव में भी ये बात सभी लोगो से कह दी की जो कोई भी इस घण्टे वाले भूत को खतम करेगा उसे में मुँह माँगा इनाम दूंगा ।
गाँव में किसी को भी इस भूत को ख़तम करने की हिम्मत नहीं थी । सारे लोग डर रहे थे । लेकिन उस गाँव के पड़ौसी गाँव में से एक लड़का आता है और सरपंच से कहता है की में इस भूत को खतम करने के लिए तैयार हु ।
सरपंच ने कहा अच्छा ठीक है अगर तुमने वैसा कर बताया तो में तुम्हे मुँह माँगा इनाम दूंगा । वो लड़का पढ़ा – लिखा था । वो भूत – प्रेत पर विश्वास भी नहीं करता था ।
उस लड़के ने पहले गाँव के लोगो से पूछा की आपको वो घण्टे की आवाज कब आती है और किस जगह से आती है ? गाँव के लोगो ने उस लड़के को बताया की हररोज रात को घण्टे की आवाज आती है और जंगल में से आती है ।
वो लड़का भी रात को जंगल में घण्टे की आवाज का राज़ जानने के लिए पहुंच गया । उस लड़के ने जंगल में जाकर देखा की कुछ बन्दर एक घण्टे को पेड़ पर टांग कर हिला रहे थे ।
ये सब देखकर वो लड़का अच्छे से समज गया की वो घण्टे वाला भूत और कोई नहीं बल्कि ये सारे बन्दर ही है । उस लड़के ने वही जंगल में खड़े – खड़े उस बंदरो को देखकर उनसे निपटने की तरकीब भी सोच ली ।
वो लड़का अब वहा से चला गया । वो लड़का दूसरे दिन सुबह अंधेरे में ही जंगल में चला गया और अपने साथ कुछ चने भी ले गया था । उस लड़के ने गाँव में से किसी को भी ये बात नहीं बताई ।
वो लड़का गाँववालो के सामने नहीं आया इसलिए गाँव के सभी लोगो को ऐसा लगा की घण्टे वाले भूत ने उस लड़के को ख़तम कर दिया । ये अफवा गाँव में इतनी फेल गयी थी की अब तो गाँव के सरपंच भी उस लड़के के बारे में सोच कर चिंतित हो रहे थे ।
गाँव में उस लड़के के बारे में सोच कर सभी चिंतित थे और वो लड़का उस जंगल में था बंदरो के साथ । उस लड़के ने चनो को जमीन पर डाल दिया । चने देखते ही सारे बन्दर चने खाने के लिए आ जाते है और मौका देखते ही वो लड़का पेड़ पर से घण्टा उतार देता है ।
जंगल के पास में एक कुंआ था । वो लड़का उस कुंवे में घण्टा डाल देता है । गाँव जाकर वो लड़का सभी से कहता है की मेने उस घण्टे वाले भूत – प्रेत को हमेंशा के लिए ख़तम कर दिया ।
गाँव में उस लड़के को देखकर सभी गाँववाले चौंक जाते है , क्योकि गाँव में सभी को यही पता था की वो लड़का अब जिन्दा नहीं है । गाँव के सरपंच उस लड़के से पूछते है की आखिर तुमने कैसे किया ये सब ?
साधु की इच्छा – Short Story In Hindi
वर्ल्ड मैप (World Map) – Moral Story In Hindi
काला बिंदु – Short Story In Hindi
वो लड़का बोला की में तन्त्रमन्त्र की विध्या जानता हु । अब आप लोगो को इस घण्टे वाले भूत से डरने की कोई जरुरत नहीं है क्योकि मेने उसे ख़तम कर दिया है ।
सरपंच ने पहले ही मुँह मांगे इनाम देने की बात की थी उसलिए गाँव के सरपंच उस लड़के वो मुँह मांगा इनाम देते है । वो लड़का बहुत खुश हो जाता है और वहा से चला जाता है ।
रास्ते में वो लड़का सोचता है की ये सभी गाँव के लोग अनपढ़ है और उन सभी के अज्ञान की वजह से ही मुझे आज इतने सारे पैसे मिले है । अगर कोई एक भी पढ़ा लिखा होता तो आज वो इस अंधश्रद्धा में नहीं आता , वो सभी गाँव के लोगो को समजाता और गाँव के सरपंच को मुझे इतना पैसा नहीं देना पड़ता ।
ये सब सोचकर वो लड़का मन ही मन मुस्कुरा रहा था । लड़के को ये भी मालूम था की वो गाँव के लोगो से ज्यादा होशियार और अक्लमन्द है और वो लोग अज्ञानी है ।
ज्ञान मनुष्य का आत्मविश्वास बढ़ाता है और मनुष्य को अंधश्रद्धा से दूर रखता है ।