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असली मित्र – Short Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

असली मित्र – Short Story In Hindi

असली मित्र वह नहीं होते जो रोने पर आते है , असली मित्र तो वो होते है जो रोने ही नहीं देते है। ये कहानी (असली मित्र – Short Story In Hindi) भी उसी के बारे में है।

एक व्यक्ति था। उसके तीन मित्र थे। एक ऐसा था जिसे वह प्रतिदिन मिलता था। दूसरा ऐसा था जिसे वह प्यार तो बहुत करता था लेकिन प्रतिदिन नहीं मिलता था , वह उससे एक – दो सप्ताह में ही मिलता था। तीसरा मित्र ऐसा था जिससे वह कई महीनो के बाद कभी – कभी ही मिलता था।

एक बार ऐसा हुआ की इस व्यक्ति पर मुकदमा बन गया। वकील ने कहा की मुकदमा बहुत सख्त है। तुम्हे कोई ऐसा गवाह तैयार करना पड़ेगा जो की तुम्हे जानता हो और तुम पर लगे आरोप को गलत समझता हो।

वह व्यक्ति अपने पहले मित्र के पास गया। जिससे की वो प्रतिदिन मिलता था। वह अपने दोस्त से बोला की एक मुकदमा चल गया है मेरे ऊपर, तुम चलकर मेरे पक्ष में गवाही दो।

पहले मित्र ने कहा की देखो तुम्हारी और मेरी मित्रता अवश्य है, लेकिन गवाही देने के लिए में तुम्हारे साथ नहीं जा सकता। यह व्यक्ति बहुत निराश हुआ और दुखी भी हुआ।

तभी उसे अपने दूसरे मित्र का विचार आया, जिससे वह एक – दो सप्ताह में मिलता था। उसने अपने दूसरे मित्र के पास जाकर गवाही देने के लिए कहा। ये मित्र बोला की में तुम्हारे साथ कचहरी के द्वार तक तो आ सकता हु लेकिन में गवाही नहीं दूंगा। वह व्यक्ति फिर से दुखी हुआ।

फिर उसे अपने तीसरे मित्र का ख्याल आया जिसे वह कई महीनो के बाद सिर्फ थोड़ी देर के लिए ही मिलता था। उसे अपनी बात कही। तीसरे मित्र ने जोश के साथ कहा में चलूँगा तेरे साथ, तेरे पक्ष में गवाही दूंगा और मेरा वादा है तुजसे की यह मुकदमा समाप्त हो जाएगा, तू बरी हो जाएगा।

ये तीसरा मित्र यानि की आत्मा। पहला मित्र धन , संपत्ति, भूमि जिन्हे मनुष्य अपना समझता है। जिनके लिए रात – दिन हर समय चिंता करता रहता है। दूसरे मित्र है संबंधी, रिश्तेदार , पत्नी , बच्चे , भाई और बहन जिनके लिए मनुष्य प्रत्येक कष्ट उठाता है। तीसरा मित्र है प्रभु – प्रेम , हमारे शुभ कर्म , जो की प्रभु प्रेम के कारण किये जाते है।

असली मित्र वह नहीं होते जो रोने पर आते है , असली मित्र तो वो होते है जो रोने ही नहीं देते है।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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