असली खजाना – Short Moral Story In Hindi
मेहनत ही इंसान का असली खजाना होता है । जिस दिन से हम अपना आलस्य त्याग देते है उसी दिन से हमें असली खजाना मिलना शुरू हो जाता है । ये कहानी (असली खजाना – Short Moral Story In Hindi) आलस्य का त्याग करने से क्या मिलता है उसी के बारे में है ।
एक गाँव में छगनलाल नाम का एक किसान अपनी पत्नी और अपने तीन पुत्रो के साथ रहता था । छगनलाल खेतो में काम करके अपने परिवार का जीवन चलाता था । उसके तीनो लड़के बहुत आलसी थे , वो तीनो पूरा दिन इधर उधर घूमते रहते और अपने पिता को कुछ भी मदद नहीं करवाते थे ।
एक दिन छगनलाल ने अपनी पत्नी से कहा की अभी तो में बहुत मेहनत करके खेतों में काम कर रहा हूँ, किन्तु मेरे जाने के बाद हमारे तीन लड़को का क्या होगा ? इन तीनो ने तो कभी मेहनत भी नहीं की है और कभी खेत में भी नहीं गए है ।
छगनलाल की पत्नी ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा की धीरे – धीरे ये तीनो भी काम करने लगेंगे , आप उनके बारे में सोच कर अपना स्वाथ्य ख़राब मत कीजिये ।
समय बीतता गया लेकिन छगनलाल के लड़के कोई काम नहीं करते थे । एक दिन छगनलाल बहुत बीमार पड़ गया । वो काफी दिनों तक बीमार ही रहा ।
उसने अपनी पत्नी से कहा की तुम मेरे तीनो पुत्रो को बुलाकर लाओ । पत्नी छगनलाल के कहने पर अपने तीनो पुत्रो को बुलाकर लायी ।
छगनलाल ने अपने तीनो पुत्रो से कहा की लगता है की अब मै ज्यादा दिनों तक जिन्दा नहीं रहूँगा, में तुम सभी को यही बताना चाहता हु की, बेटों मैने अपने जीवन में जो भी कुछ कमाया है वह खजाना अपने खेतों के निचे दबा के रखा है । मेरे जाने के बाद तुम उसमे से खजाना निकालकर आपस में बाँट लेना ।
छगनलाल की बात सुनकर तीनो बेटे खुश हो जाते है । कुछ ही पल में छगनलाल की मृत्यु हो गयी । मृत्यु के कुछ दिनों बाद उसके तीन लड़के खेत में दबा खजाना निकालने के लिए गए ।
तीनो ने मिलकर सुबह से लेकर शाम तक सारा खेत खोद डाला , लेकिन उनको कोई भी खजाना नज़र नहीं आया । तीनो ने घर आकर अपनी माँ से कहा माँ पिताजी ने हम तीनो से झूठ क्यों बोला ? हमने सारा खेत खोद डाला किन्तु हमें तो कोई खजाना नहीं मिला ।
माँ ने उन तीनो से कहा की तुम्हारे पिताजी ने जीवन में यही घर और खेत ही कमाया है । अब तुम तीनो ने मिलकर खेत खोद ही दिया है तो उसमे बीज बो दो ।
माँ के कहने पर तीनो ने मिलकर बीज बोये और उसमे पानी भी देते गए । कुछ समय के बाद फसल पक कर तैयार हो जाती है । जिसको बेचकर वह तीनो अच्छा मुनाफा कर लेते है ।
तीनो लड़के अब मुनाफा लेकर अपनी माँ के पास पहुंचते है । माँ ने कहा की तुम्हारी मेहनत ही असली खजाना है यही तुम्हारे पिताजी तुमको समझाना चाहते थे ।
Moral : मेहनत ही इंसान का असली खजाना होता है । हमें अपने आलस्य को त्यागकर मेहनत करनी चाहिए ।
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