असली माँ कौन ? – Akbar Birbal Story
एक बार अकबर के दरबार में २ महिलाये लड़ती हुई आयी । उनके पास एक छोटा सा बच्चा था । एक महिला बोल रही थी में इस बच्चे की असली माँ हु । दूसरी महिला भी बोल रही थी की में इस बच्चे की असली माँ हु । इस बच्चे की असली माँ कौन है यह बताना अकबर के लिए मुश्किल हो गया था । अकबर ने बीरबल को कहा की तुम ही इस समस्या का समाधान करो ।
बीरबल ने थोड़ा सोचा और फिर एक जल्लाद को बुलाया । उसके हाथ में तलवार दी और फिर कहा की इस तलवार से तुम इस बच्चे के दो बराबर हिस्सों में टुकड़े कर दो और इन दोनों को दे दो । बीरबल ने दोनों महिलाओं को फिर पूछा की क्या आप दोनों को ये मंजूर है ?
एक महिला ने बोला की जी मुझे ये मंजूर है । अगर ये महिला अपने बच्चे का हक जाने नहीं देती है तो फिर मुझे ये निर्णय बिलकुल मंजूर है ।
इतना सुनते ही दूसरी महिला ने बीरबल के पैर छुए और वो रोते हुए बोली इस बच्चे के दो टुकड़े मत कीजिये । में मेरा हक जाने देती हु ।
बीरबल ने तुरंत ही अकबर को कहा की मुझे इस समस्या का समाधान मिल गया । मुझे पता चल गया की इस बच्चे की असली माँ कौन है । ये दूसरी महिला इस बच्चे की असली माँ है । क्योकि उसने अपना बच्चा किसी भी हालत में जीवित रह पाए ऐसा सोचा और ये पहली महिला को इस बच्चे के लिए जरा सा भी लगाव नहीं है ।
अकबर ने तुरंत ही इस बच्चे को वो दूसरी महिला को दे दिया और इस बच्चे को अपना बताने वाली इस पहली महिला को गुनेगार साबित किया और एक साल की जेल की सजा भी दी ।