Moral Short Stories

चालाक – बुजुर्ग – Moral Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

चालाक – बुजुर्ग – Moral Story In Hindi

बचपन में माता-पिता अपने बच्चो को ये जरूर सिखाते है की हमें किसी भी बुजुर्ग की हमेशा इज्जत करनी चाहिए और उन्हें मान देना चाहिए क्योकि उन्होंने हमसे ज्यादा दुनिया देखी होती है । ये कहानी (चालाक – बुजुर्ग – Moral Story In Hindi) भी उसी के बारे में है ।

एक दिन एक ट्रैन में एक बुजुर्ग आदमी मुसाफरी कर रहा था । ट्रैन के उसी डिब्बे में 5-6 नौजवान लड़के भी बैठे थे । तभी उस नौजवान लड़को के मन में कुछ शरारत करने का Idea आता है । ये Idea यह था की उन लोगो को ट्रैन की चैन खींचनी थी ।

फिर उन लड़को के दिमाग में एक ख्याल आता है की , अगर ट्रैन की चैन खीचेंगे तो हमें फाइन भरना पड़ेगा । उन में से एक लड़का बोलता है की कोई बात नहीं हम फाइन भर देंगे । सभी लोग 100 – 100 , 150 – 150 रूपये इकट्ठा करलो , जितना भी फाइन लगेगा हम भर देंगे ।

सभी ने पैसे इकठ्ठे कर लिए , पुरे मिलाकर 900  रूपये इकठ्ठे हुए , ट्रैन में सफर कर रहा वो बुजुर्ग ये सब देख रहा था । फिर उन लड़को के मन में आता है की क्यों न हम कुछ ऐसा करे की हम चैन भी खींच ले और हमें फाइन भी ना भरना पड़े ।

उस में से एक लड़का बोलता है , हां मेरे पास एक अच्छा Idea है जिससे हम चैन भी खींच लेंगे और फाइन भी न भरना पड़ेगा । बाकि के सभी लोग उसे बड़ी आतुरता के साथ पूछने लगे , जल्दी बताओ ऐसा कौन सा Idea है तुम्हारे पास ।

उस लड़के ने कहा क्यों न हम ट्रैन की चैन खींच के उस का आरोप इस बूढ़े पे लगा दे । ऐसा करने से हमारे पैसे भी बच जायेगे और चैन खींचने का मजा भी आएगा । वो बुजुर्ग आदमी ये सब सुन रहा था । उसने इस लड़को से ये भी कहा की मुझे क्यों परेशान कर रहे हो ।

लेकिन ये सभी लड़के बोल रहे थे की नहीं हम तो परेशान करेंगे । इतने में एक लड़के ने चैन खींच दी । वो बुजुर्ग आदमी सोच रहा था की अब तो कुछ हो ही नहीं सकता है । वो चुप चाप बैठ गया ।

कुछ देर में ट्रैन के अधिकारी आये और उन्होंने पूछा की ये ट्रैन की चैन किसने खींची ? उन सभी लड़को ने कहा की इस बूढ़े आदमी ने चैन खींची । तभी वह अधिकारी ने उस बुजुर्ग से पूछा की आपन ट्रैन की चैन क्यों खींची ?

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तभी उस बुजुर्ग ने उस अधिकारी के कहा की इन लड़को ने मेरे 900 रूपये छीन कर अपनी जेब में रख लिए है तो मेंने परेशान होकर ट्रैन की चैन खींच दी ।

उस अधिकारी ने तुरंत लड़को की जेब चेक की और उन्हें 900  रूपये मिले जो की इस लड़को ने इकठ्ठे किये थे । उन्होंने वो 900 रूपये इस बुजुर्ग को दे दिए और उन सभी को आगे की कार्यवाही करने के लिए पोलिश स्टेशन में बुलाया ।

सभी लड़के अपने किये पे पछता रहे थे लेकिन अब पछताने का कोई फायदा नहीं था ।

Moral : हमें किसी बुजुर्ग आदमी से कुछ न कुछ सीखना चाहिए न की उन्हें परेशान करने के बारे में सोचना चाहिए । क्योकि हम जो काम आज कर रहे है वो ये काम कई साल पहले ही कर के बैठे है इसलिए हमें उनका आदर करना चाहिए ।

अगर आपको हमारी Story ( चालाक – बुजुर्ग – Moral Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी ये कहानी ।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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