एक का महत्व – Short Story In Hindi
अगर किसी के जीवन में भक्ति नहीं है, धार्मिकता नहीं है तो चाहे वो कुछ भी हो सब बेकार है। इस कहानी (एक का महत्व – Short Story In Hindi) में उसी के बारे में बताया गया है।
स्वामी रामतीर्थ के पास एक व्यक्ति बैठा था। उसने स्वामी जी से पूछा – स्वामी जी कितना बजा है? स्वामी जी ने कहा एक बजा है। एक घंटे के बाद उस व्यक्ति ने फिर पूछा स्वामी जी क्या बजा है? उन्होंने फिर से कहा एक बजा है।
स्वामी जी की बात सुनकर ये व्यक्ति बड़ा हैरान हुआ और बोला स्वामी जी कही आपकी घडी तो खराब नहीं हो गई है? जो हमेशा एक ही बजा रही है।
स्वामी जी मुस्कुराये और बोले सारे जगत में एक ही तो बज रहा है। सारे जगत में ईश्वर का ही तो राज है। अत: वो ही बज रहा है, उसके ही नाम का डंका बज रहा है। अत: वो एक ही बज रहा है।
ठाकुर रामकृष्ण परमहंस से किसी ने पूछा – कोई आदमी बहुत धनवान हो तो उसकी क्या कीमत है आपकी नजर में? वो बोले शून्य। उस व्यक्ति ने फिर पूछा कोई बहुत विद्वान हो तो? तो भी शून्य।
- मन की झोली – Short Inspiring Story In Hindi
- तक़दीर का खेल – Short Story In Hindi
- Tenali Rama Moral Story In Hindi – तेनाली राम ने पकड़ा झूठ
- Story Of Mulla Nasruddin In Hindi – मुल्ला नसरुद्दीन की दावत
- सच्ची काबिलियत – Short Moral Story In Hindi
कोई आदमी अत्यधिक बलशाली हो तो? तो भी शून्य। इस तरह वो आदमी पूछता गया और ये सबकी कीमत शून्य बताते गए। अंत में उस व्यक्ति ने पूछा यदि स्वामी जी कोई व्यक्ति बलशाली हो, विद्वान हो, धनवान हो, सुंदर हो सब कुछ हो तो?
रामकृष्ण ने कहा शून्य। शून्य को अगर शून्य से गुणा करेंगे तो शून्य ही आएगा। इस सबकी कीमत तब है जब शून्य के आगे एक लग जाए। ऐसे ही जब तक परमात्मा के नाम का एक नहीं लगेगा तो सब बेकार है।
अगर किसी के जीवन में भक्ति नहीं है, धार्मिकता नहीं है तो चाहे वो कुछ भी हो सब बेकार है।
जीवन में एक संत, एक कंत, एक मंत्र, एक ग्रन्थ, एक पंथ होना चाहिए।
अगर आपको हमारी Story ( एक का महत्व – Short Story In Hindi ) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी ये कहानी ।