Moral Short Stories

घमंड – Short Moral Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

घमंड – Short Moral Story In Hindi

इंसान इस दुनिया में खाली हाथ ही आया था और जाते समय भी खाली हाथ ही जाने वाला है तो फिर पता नहीं इंसान को घमंड किस बात का होता है। हमारे मृत्यु के बाद हमें राख ही बनना है फिर चाहे हम अमीर हो या फिर गरीब। ये कहानी (घमंड – Short Moral Story In Hindi) भी उसी के बारे में है।

एक बार काशी के घाट पर एक साधु श्मशान में दो चिताओ की राख को बड़े ध्यान से देख रह थे। साधु को देखकर एक आदमी ने सोचा की ये बाबा इतना ध्यान से राख को क्यों देख रहे है। उस आदमी से रहा नहीं गया और उसने साधु से पूछा की बाबा आप ऐसे क्यों देख रहे हो राख को ?

साधु ने उस आदमी से कहा की ये एक अमीर की लाश की राख है जो कभी भी भूखे पेट नहीं सोया है और उसने जिंदगी भर काजू बादाम खाए है। दूसरी तरफ ये एक गरीब की लाश की राख है जिसे दो वक्त की रोटी भी बड़ी मुश्किल से मिलती थी।

मगर बात तो ये है की इन दोनों की राख एक जैसी ही है। इन दोनों की राख में कोई अंतर नहीं है और ना ही कोई इस राख को देख के बता सकता है की इसमें से कौनसी अमीर की राख है और कौनसी गरीब की राख है। दोनों एक समान ही है। फिर किस चीज़ पर आदमी को इतना घमंड है? में वही देख रहा हु।

साधु की बात सुनकर वह आदमी सोचने लगा की साधु एकदम ठीक कह रहे है। हम चाहे अमीर हो या फिर गरीब मृत्यु के बाद तो हमें राख ही बनना है।

इस बारे में आप क्या सोचते हो? मुझे Comment में जरूर बताना।

Moral : धन और संपत्ति पर घमंड ना करे। मुर्त्यु के बाद सबको राख ही बनना है।

अगर आपको हमारी Story (घमंड – Short Moral Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Story।

About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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