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हमें हमारा लक्ष्य कभी नहीं भूलना चाहिए – Inspirational Story

Written by Abhishri vithalani

हमें हमारा लक्ष्य कभी नहीं भूलना चाहिए – Inspirational Story

ये कहानी हॉस्टल लाइफ को भरपूर enjoy करने वाले students की है । जो अपनी हॉस्टल लाइफ में इतने मस्त हो जाते है की अपना लक्ष्य ही भूल जाते है और फिर बाद में एक ऑटो ड्राइवर की कहानी से प्रेरित हो कर अपने लक्ष्य पर वापिस आ जाते है ।

यश नाम का एक लड़का इंजीनियरिंग की पढाई करने के लियें अहमदाबाद आया था और यहाँ पर वो हॉस्टल में रह रहा था । उसके पिताजी की सरकारी नौकरी थी इसलिए वे यश को हॉस्टल खर्च के ठीक – ठाक पैसे भी देते थे । हॉस्टल लाइफ में तो हम सब जानते ही है की कितनी सारी मौज – मस्ती होती है । यश भी अपनी हॉस्टल लाइफ को भरपूर एन्जॉय कर रहा था ।

हॉस्टल में आये यश को अभी 1 महीना ही हुआ था की वो सिगरेट और शराब पीने लगा था । हॉस्टल में तो ये सब आम बात होती थी क्योकि उनके सारे दोस्त भी सिगरेट और शराब पीते थे । खासकर उनके हॉस्टल के सीनियर लड़के तो बहुत ही मौज – मस्ती करते थे और खूब सिगरेट और शराब पीते थे । वो लोग हररोज देर रात तक पार्टी करते थे ।

यश को ये सब अच्छा लगने लगा और ऐसे ही कॉलेज का एक साल निकल गया । जब एग्जाम का रिजल्ट आया तो यश के मार्क्स बहुत ही काम थे । मार्क कम होने के कारन उसको पिताजी की डांट भी सुननी पड़ी । पिताजी ने समझाया की बेटा आज कल competition बहुत चल रही है इसलिए तुम्हे पढाई में ध्यान देना चाहिए ।

पिताजी की बात सुनकर यश ने पढाई में ध्यान देना शुरू किया पर उसका मन पढाई में बिलकुल भी नहीं लग रहा था । वो तो पहले जैसे ही देर रात तक पार्टी करता था । देर रात तक पार्टी करने की वजह से वो सुबह जल्दी नहीं उठ पता था । कॉलेज में हररोज लेट जाने के कारन उसे प्रोफेसर से भी डांट पड़ती थी ।

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एक दिन वो अपने दोस्तों के साथ रात को अपने घर से हॉस्टल के लियें वापिस आ रहा था । रेलवे स्टेशन से निकलते ही उन्होंने ऑटो ढूढ़ना शुरू किया । रेलवे स्टेशन से हॉस्टल का रास्ता करीब ५ किलोमीटर जितना था । उस वक्त रात के 1:30 बजे थे । वो लोग ऑटो या रिकशा वाले का इंतजार कर रहे थे लेकिन उनको कोई भी ऑटो या रिकशा वाला नहीं मिल रहा था ।

करीब 1 घंटे के इंतजार के बाद उन लोगो को एक ऑटो मिल गयी । बहुत ज्यादा वक्त के बाद ऑटो मिली थी उसलिए उन लोगो ने ऑटो वाले से मोल – भाव भी नहीं किया था और बैठ गए थे । थोड़ा आगे जाते ही यश ने ऑटो वाले से पूछा की आप इतनी देर रात को क्यों ऑटो चलाते हो ! जहा तक मुझे पता है यहाँ पर कोई भी ऑटो वाला इतनी रात को नहीं मिलता है ।

ऑटो वाले ने कहा की है बेटा तुम्हारी बात सच है । यहाँ के सारे ऑटो वाले रात के 12 बजह तक की काम करते है । यश ने कहा की तो फिर आप क्यों इतनी देर रात तक काम करते हो ? ऑटो वाले ने कहा की मुझे पैसो की ज्यादा जरुरत है इसलिए में देर रात तक ऑटो चलाता हु । ऐसा करने से मुझे ज्यादा पैसे मिलते है और बच्चो की
फीस भरने में ये पैसे काम आते है ।

यश ने कहा की आप को देखकर लगता है की आप पढ़े – लिखे हो । तो फिर आप ये ऑटो चलाने का काम क्यों करते हो ? ऑटो वाले ने कहा की जी में पढ़ा – लिखा हु । मे इंजिनीरिंग करता था पर उस वक्त में ज्यादा पढाई पे ध्यान नहीं देता था और सुबह जल्दी भी नहीं उठता था । में अपने दोस्तों से साथ रात को देर तक पार्टी भी करता था । मुझे उस वक्त शराब पीने ही आदत भी हो गयी थी । इस वजह से में इंजिनीरिंग में फ़ैल हुआ और इंजिनीरिंग पूरी करने का मन भी नहीं था इसलिए छोड़ दिया और ये ऑटो चलाने का काम शुरू कर दिया ।

ये सब बाते सुनकर यश के और उनके दोस्तों के होश उड़ गए । उन लोगो ने उसी रात को फैसला किया की हम सब आज से पढाई में पूरा ध्यान देंगे और देर रात तक पार्टी भी नहीं करेंगे । इस ऑटो वाले की कहानी सुनकर यश और उनके दोस्तों में काफी बदलाव आ गया ।

हमें हमारा लक्ष्य कभी भी नहीं भूलना चाहिए । अगर हम पढाई करते है तो फिर हमें पूरा ध्यान सिर्फ पढाई में ही देना चाहिए ताकि बाद में हमें इस ऑटो वाले की तरह पछताना ना पड़े । हमारा लक्ष्य हमें हर हल में पूरा करना चाहिए । जब तक हम अपनी लाइफ में कुछ हासिल नहीं करते है तब तक हमें अपने लक्ष्य को नहीं भूलना चाहिए । सुबह Alarm से पहले हमें अपना लक्ष्य जगाये ऐसा होना चाहिए ।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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