Moral Short Stories

हिम्मत – Short Moral Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

हिम्मत – Short Moral Story In Hindi

जब तक हम डरते है, तब तक हम किसी भी काम की शुरुआत नहीं कर पाते है। डर की वजह से ही हम सफलता से दूर रहते है। हम अगर निडर होकर काम करे तो हमें जल्द ही कामयाबी मिल सकती है। इस कहानी ( हिम्मत – Short Moral Story In Hindi ) में उसी के बारे में बात की गयी है।

पुराने समय की बात है। एक राजकुमार तलवार चलाने से भी डरता था। राजा ने राजकुमार को तलवारबाजी सिखाने की बहुत कोशिश की थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

राजकुमार में तलवार को चलाने का साहस ही नहीं था। फिर भी उसके पिता ने किसी भी तरह थोड़ी बहुत तलवार चलानी राजकुमार को सीखा दी।

राजा ने राजकमार को युद्ध में ले जाने की भी कोशिश कई बार की, लेकिन राजकुमार डर की वजह से युद्ध में नहीं जाता था। राजा अपने पुत्र का डर दूर करने के लिए कई कोशिश करते रहे, लेकिन राजकुमार की हालत वैसी की वैसी थी।

एक दिन उनके राज्य पर दुश्मनो ने आक्रमण कर दिया। राजा की सेना के मुकाबले दुश्मनो की सेना बहुत बड़ी थी। कुछ ही समय में राजा के सभी महारथी योद्धा युद्ध में मारे गए। अंत में राजा ही जीवित बचे थे।

जब ये बात राजकुमार को पता चली की युद्ध में सब कुछ ख़त्म हो गया है तो वह भी हिम्मत करके महल से बाहर निकला। महल से बाहर निकलते ही उसने देखा की सामने से दुश्मनो की सेना आगे बढ़ रही है। ये देखकर राजकुमार डर गया।

राजकुमार महल की तरफ भागने के लिए पीछे पलटा। पीछे पलटते ही उसने देखा की पीछे भी दुश्मनो की सेना ने उसके पिता को बंदी बना लिया है। अब इस स्थिति में राजकुमार और ज्यादा डर गया और उसे समझ में नहीं आ रहा था की अब वो करे तो क्या करे?

राजा को बंदी बना देखकर महल के अंदर के सेवको ने महल का दरवाजा बंद कर दिया, ताकि दुश्मन महल के अंदर न आ पाए। मैदान में एक तरफ राजकुमार अकेला था और दूसरी तरफ दुश्मनो की सेना थी।

राजकुमार के पास इस परिस्थिति में सिर्फ दो ही विकल्प थे। पहला विकल्प ये था की वो समर्पण कर दे और दूसरा विकल्प ये था की वह तलवार उठाकर दुश्मनो का सामना करे।

आपको क्या लगता है, की राजकुमार ने कौन सा विकल्प चुना होगा?

राजकुमार ने दूसरा विकल्प चुना। उसने तलवार उठाई और वह दुश्मनो पर टूट पड़ा। उसके पिता यानि की राजा द्वारा सिखाई गई तलवारबाजी से वह दुश्मनो पर भारी पड़ने लगा।

इस तरह राजकुमार को लड़ता हुआ देखकर महल के सेवको को भी जोश आ गया और वो सब भी लड़ाई में कूद पड़े। कुछ ही देर में उन्होंने दुश्मनो को वहा से खदेड़ दिया और राजा को आजाद करवा लिया।

Moral : जब तक हम डरते है, तब तक हम किसी भी काम की शुरुआत नहीं कर पाते है। डर की वजह से हम सफलता से दूर रहते है। निडर होकर काम करने से ही कामयाबी मिलती है। इसलिए हमें हमेशा निडर होकर काम करना चाहिए।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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