जैसा कर्म वैसा फल – Moral Story In Hindi
हम जैसा कर्म करते है वैसा ही हमें फल मिलता है । अगर हमने अच्छे कर्म किये होते है तो उसका हमें अच्छा फल मिलता है और बुरे कर्म किये होते है तो हमें उसका फल बुरा मिलता है ।
अगर हमारे साथ कुछ बुरा होता था तो पहले लोग ऐसा बोलते थे की जरूर उसने पिछले जनम में कुछ बुरा किया होगा इसलिए इसके साथ ऐसा इस जनम में हुआ , लेकिन अगर हम बात आज के ज़माने की करे तो हमें अपने कर्म का हिसाब भी इसी ज़माने में चुकाना पड़ता है ।
पहले भगवान् नोट और कलम लेकर सभी के कर्म का हिसाब करते थे उसलिए पिछले जनम का हिसाब इस जनम में होता था , लेकिन आज तो इंटरनेट का जमाना है इसलिए भगवान् भी लैपटॉप लेकर बैठते है और सभी के कर्म का हिसाब इसी जनम में होता है । ये कहानी भी कर्म के बारे में ही है । हमारा जैसा कर्म वैसा ही फल हमें मिलता है ।
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था । वो लड़का बहुत ज्यादा गरीब परिवार से था । वो अपनी स्कूल की पढाई करता था और स्कूल के बाद लोगो के घर – घर जाकर सामान बेचने का काम करता था । इस तरह घर – घर जाकर सामान बेचकर उसे जो भी पैसे मिलते थे उसी में से वो अपनी स्कूल की फीस भरता था ।
ये लड़का हररोज की तरह एक दिन स्कूल के बाद दोपहर को सामान बेचने के लिए निकला था । उसे बहुत जोर की भूख लगी थी । उसने ये तय किया था की में अब जो भी घर पे जाऊंगा और सामान बेचूंगा उस घर से पैसे नहीं खाना मांग लूंगा ।
वो एक घर के पास जाता है और बहार से दरवाजा खटखटाता है । उस घर में से एक लड़की बहार निकलती है और वो दरवाजा खोलती है । इस लड़के ने उससे पानी मांग लिया । लड़की ने देखा की ये लड़का बहुत थका सा है ।
वो लड़की अंदर जाती है और सोचती है की ये लड़का बिचारा न जाने कब से इधर – उधर सामान बेचता होगा , शायद उसे भूख लगी होगी , लड़की ये सब सोच रही थी और वो उसके लिए पानी की जगह पर दूध का गिलास लेकर उसे देती है ।
लड़का बहुत भूखा था उसलिए वो दूध पि लेता है और बहुत खुश हो जाता है । उसे लगता है की इस दुनिया में अभी भी इंसानियत जिन्दा है । लड़का भगवान् का धन्यवाद मानता है । वो अब लड़की से पूछता है की आप को में कितने पैसे दू इस दूध के ?
लड़की ने कहा मुझे आपसे कोई पैसे नहीं लेने है । मेरी माँ मुझे हमेशा ऐसा कहती है की हमें दुसरो की मदद करनी चाहिए । लड़के ने कहा आप को कुछ लेना है इस सामान में से ? लड़की ने कहा की आप कुछ मत दीजिये मुझे कुछ नहीं लेना है ।
लड़के ने जाते हुए कहा की में आपका दिल से धन्यवाद करना चाहता हु क्योकि आपने मेरी मदद की । इतना बोलते हुए वो लड़का वहा से चला जाता है ।
कुछ समय के बाद इस लड़के ने अपनी स्कूल और कॉलेज की पढाई पूरी कर ली और वो एक अच्छा डॉक्टर बन गया । ये लड़का अब एक शहर में अच्छे हॉस्पिटल में डॉक्टर था । इधर इस लड़की के घरवालों की आर्थिक परिस्थिति दिन व् दिन बिगड़ रही थी ।
एक दिन ऐसा आया की ये लड़की बहुत बीमार हो गयी । लड़की को उसके घरवाले उसी हॉस्पिटल में ले जाते है जिस हॉस्पिटल में ये लड़का डॉक्टर था । उस लड़के के पास ये लड़की का केस आता है ।
लड़का लड़की का एड्रेस देखता है तो उसे पता चलता है की ये तो वही का एड्रेस है जहा पर में अपने स्कूल के समय सामान बेचने जाता था । लड़के को अब उस लड़की को देखकर याद आ जाता है की ये तो वही लड़की है जिसने मुझे मदद की थी । जब में भूखा था तब उसने मुझे दूध पिने के लिए दिया था ।
लड़का उस लड़की का इलाज अच्छे से करता है और अपनी Team को भी इसके इलाज में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए ऐसा बोलता है । वो लड़की ठीक हो जाती है ।
खुशिया ढूढ़ने पर मिलती है – Motivational Story In Hindi
Hindi Horror Story – वो कौन था ?
अब बारी थी लड़की की हॉस्पिटल का बिल देने की । वो मन ही मन बोल रही थी की पता नहीं कितना बिल होगा । वो बहुत चिंतित थी क्योकि उसके घरवालों की आर्थिक परिस्थिति इतनी अच्छी नहीं थी की वो लोग ये इलाज का बिल दे पाए ।
लड़की ने जैसे ही बिल का लिफाफा हाथ में लिया वैसे ही उसने देखा की उसमे उसका जो भी इलाज हुआ था वो सब लिखा था और साथ में एक छोटी सी पर्ची भी थी ।
उस पर्ची में लिखा था की आपने इलाज का बिल बहुत सालों पहले एक गिलास दूध से pay कर दिया है । डॉक्टर तभी वहां पर पहुंच जाते है और ये लड़की उनको पहचान लेती है और उनसे कहती है की आप का बहुत बहुत शुक्रिया ।
Moral : अगर आप कुछ अच्छा करते है तो अच्छाई आपके पास घूम कर जरूर आएगी । हमें अक्सर हमारे कर्म के हिसाब से ही फल मिलते है । जैसा हमारा कर्म होता है वैसा ही हमें कर्म का फल मिलता है ।
अगर आपको हमारी Story ( जैसा कर्म वैसा फल – Moral Story In Hindi ) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी ये कहानी ।