जो होता है वो अच्छे के लिए ही होता है
ये कहानी उन लोगो के लिए है जिसको अपने साथ जो कुछ भी होता है वो बुरा ही लगता है । हमारी जिंदगी में जो होता है वो अच्छे के लिए ही होता है ऐसा सोचना चाहिए । भगवान सब कुछ सोच समझकर की करते है ।
एक मालिक था । वो व्यापार कर रहा था और उसका व्यापार बहुत ही अच्छा चल रहा था । उसका एक विश्वासु नौकर था । वो नौकर अपने काम से काम रखता था और ज्यादा कुछ बोलता भी नहीं था ।
एक दिन वो नौकर काम पर नहीं आया । उसके मालिक ने सोचा की वो पिछले १० साल से यहाँ पर काम कर रहा है और उसने कभी पगार बढ़ाने की बात भी नहीं की है । वो बहुत ही ईमानदार भी है ।
मालिक को लगा की सायद उसे अपना पगार कम लग रहा है इसलिए वो आज काम पर नहीं आया । ऐसा सोच के मालिक ने उसका पगार बढ़ा दिया ।
दूसरे दिन वो नौकर काम करने आया । उसे अजीब लगा और पता भी नहीं था की मेरे मालिक ने मेरी पगार क्यों बढ़ा दी है । वो वैसे ही काम करता रहा जैसे पहले करता था ।
तीन – चार महीनो के बाद फिर से वो नौकर काम पर नहीं आया । वो बिना बताये ही काम पर नहीं आया था । इस बार उसके मालिक को ये बात पसंद नहीं आयी । मालिक ने सोचा की उसका पगार बढ़ाने के बावजूद भी वे काम पर नहीं आया ।
मालिक ने इस बार उसका पगार जितना बढ़ाया था उतना ही कम कर दिया । पगार कम करने के दूसरे ही दिन वे काम पर आया । इसबार भी वो वैसे ही काम कर रहा था जैसे वो पहले करता था ।
ये सब देखकर मालिक को आश्चर्य हुआ की ये कुछ बोल क्यों नहीं रहा है । मालिक ने शाम को अपने नौकर को बुलाया और पूछा की पहले मेने तेरा पगार बढ़ाया था तब तू कुछ भी नहीं बोला । मेने तेरा पगार कम कर दिया फिर भी तू क्यों कुछ नहीं बोलता । आखिर बात क्या है ?
नौकर ने बड़े ही शांति से बोला की मालिक पहले जब में काम पर नहीं आया था तब मेरे घर पर बेटी का जन्म हुआ था । उस वक्त भगवान ने आपको मेरा पगार बढ़ाने की प्रेरणा दी थी क्योकि घर का खर्च पहले से बढ़ने वाला था । इस वजह से आपने मेरा पगार बढ़ाया था ।
दूसरी बार जब में काम पर नहीं आया था तब मेरे पिताजी की मृत्यु हो गयी थी । भगवान को लगा होगा की एक व्यक्ति का खर्च कम हो गया है । इसलिए आपको मेरा पगार कम करने की प्रेरणा दी । मेरे पिताजी के नशीब में को लिखा था वो मिलना कम हो गया ।
भगवान जो करते है वो सोच समझकर ही करते है । इसलिए हमारे साथ जो होता है वो अच्छे के लिए ही होता है हमें ऐसा ही सोचना चाहिए । नौकर की ये बात सुनकर मालिक ने उसे कहा की तेरी बात बिलकुल सच है । आज से तू मेरा नौकर नहीं पर मेरे परिवार का ही हिस्सा हो । मालिक ने नौकर की पगार दुगनी कर दी ।