मेहनत बड़ी या अक्ल – Moral Story In Hindi
अगर कोई आपसे पूछे की मेहनत बड़ी या अक्ल तो आप क्या जवाब देंगे ? ये Story उसके बारे में ही हैं ।
पंकज और सूरज दोनो अच्छे दोस्त थे । वो दोनों एक ही क्लास में पढ़ते थे । आगे की पढाई भी दोनों ने साथ में ही की थी । दोनों ने एक ही कॉलेज में एडमिशन लिया था और दोनों अच्छे मार्क्स से पास हुए थे ।
पढाई ख़तम होने के बाद अब वक्त आ गया था उन दोनों का जॉब करने का । दोनों दोस्तों को एक ही कंपनी में जॉब मिल गयी । वो दोनों बड़े खुश थे और उनके परिवार के सभी लोग भी खुश थे की दोनों को अच्छी कंपनी में एक साथ ही जॉब मिल गयी ।
दोनों ने तय किया था की अब हम अच्छे से काम करेंगे और हमारा करियर और भी अच्छा बनायेगे । वक्त गुजरता गया और दोनों को एक साल गुजर गया इस कंपनी में जॉब करते करते ।
एक दिन कंपनी की कैंटीन में चाय पीते – पीते दोनों दोस्त बाते कर रहे थे । पंकज ने सूरज को कहा की इस बार पक्का मुझे ही प्रमोशन मिलेगा तुम देख लेना में मेहनत जो इतनी करता हु । सूरज ने कहा लगता है मुझे ही बॉस प्रमोशन देंगे ।
पंकज ने कहा में तुमसे ज्यादा मेहनत करता हु इसलिए तुम अपना प्रमोशन अगले साल ही सोचना इस बार तो मुझे ही मिलेगा । सूरज ने कहा अच्छा ठीक है देखते है क्या होता है ।
कुछ देर के बाद बॉस ने बताया की इस बार किस किस को प्रमोशन मिला है । लेकिन उसमे तो सिर्फ सूरज का ही नाम था पंकज का नहीं था । ये सुनकर पंकज को बहुत गुस्सा आता है और वो सीधा बॉस के पास जाता है और उनसे कहता है की में नौकरी छोड़ रहा हु ।
बॉस ने पंकज से पूछा की क्यों ? ऐसा क्या हुआ की तुमको जॉब छोड़ना है ? पंकज ने अपने बॉस से पूछा की आपने मुझे इस बार क्यों प्रमोशन नहीं दिया ? में तो सूरज से भी ज्यादा मेहनत करता हु फिर भी आपने मुझे प्रमोशन नहीं दिया और सूरज को दे दिया ।
बॉस ने पंकज से कहा की में तुमको एक काम दूंगा । अगर तुमने वो काम अच्छे से किया तो फिर में तुम्हे प्रमोशन भी दूंगा और सूरज से भी अच्छी सैलरी दूंगा ।
पंकज ने कहा अच्छा ठीक है में वो काम करने के लिए तैयार हु । बॉस ने कहा अच्छा ठीक है तुम बाजार में जाओ और ये पता लगाओ की बाजार में कौन कौन सेब बेच रहा है ? पंकज ने कहा अच्छा ठीक है । पंकज बाजार में जाकर देखता है की बाजार में तो सिर्फ एक ही आदमी सेब बेच रहा है ।
वो वापिस अपने बॉस के पास आता है और उनसे कहता है की बाजार में सिर्फ एक ही आदमी सेब बेच रहा है । अब बॉस उनसे कहते है की तुम वापिस बाजार जाओ और ये पता लगाके आओ की वो आदमी सेब कितने दाम में बेच रहा है ।
पंकज वापिस बाजार में जाता है और सेब का भाव जानके आता है और अपने बॉस को बताता है की वो आदमी 100 रुपये प्रति किलो के दाम से सेब बेच रहा है ।
अब बॉस पंकज से कहते है की तुम यही खड़े रहो में सूरज को ये काम करने के लिए बुलाता हु । बॉस ने अब सूरज को बुलाया और उनसे कहा की तुम बाजार जाओ और ये पता लगाकर लाओ की बाजार में कौन कौन सेब बेच रहा है ।
सूरज बाजार जाता है और देखता है की वहा पर सिर्फ एक आदमी ही सेब बेच रहा था । वो उनसे सेब के भाव पूछता है और वापिस बॉस के पास आता है ।
सूरज बॉस से कहता है की बाजार में सिर्फ एक ही आदमी 100 रूपये प्रति किलो के भाव से सेब बेच रहा है । अगर हम उनसे 10 किलो सेब ले ले तो वो हमें 90 रूपये प्रति किलो के भाव से देंगे । इस तरह हम 90 रूपये प्रति किलो में लेकर 100 रूपये प्रति किलो से बेच कर मुनाफा कमा सकते है ।
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पंकज भी ये सब देख रहा था और वो ये सब देखकर हक्का – बक्का रह जाता है । पंकज अब अपने दिमाग में से जॉब छोड़ने की बात को निकाल देता है और फिर से काम में जुड़ जाता है ।
ये बात सच है की हमें मेहनत करनी चाहिए लेकिन आज के ज़माने में मेहनत से ज्यादा अक्ल बड़ी है । अगर हम अक्ल का उपयोग किये बिना ही मेहनत कर रहे है तो फिर हमारी वो मेहनत कुछ भी काम की नहीं है ।
हमें सब कुछ सोच समझकर अपनी अक्ल का सही इस्तेमाल करके मेहनत करनी चाहिए । क्योकि मेहनत तो सभी करते है लेकिन Success सभी को नहीं मिलती है । मेहनत तो गधा भी करता है । आज के ज़माने में Hard Work से ज्यादा Smart Work महत्वपूर्ण है ।
Moral : मेहनत से ज्यादा अक्ल बड़ी होती है ।
में उम्मीद करती हु की आपको इस Story से मेहनत बड़ी या अक्ल इस सवाल का जवाब मिल गया होगा । अगर आपको हमारी Story अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Story ।
bahut acchi lagi madam ji